15 सितम्बर (२०२०) आज का इतिहास तारीक गवाह है. (करंट अफ़ेयर्स बहुत ख़ास).


 (इसे भी पढ़े https://sangh7.blogspot.com/2020/09/14.html)


👉 1812 में आज ही के दिन, नेपोलियन के नेतृत्व में फ़्रांसीसी सेना रूस (सोवियत संघ) के  क्रेम्लिन पहुँची।


👉 1846 में आज ही के दिन, जंग बहादुर राणा नेपाल की सत्ता पर क़ाबिज़ हुए.वह नेपाल के पहले राणा प्रधानमंत्री व राणावंश के संस्थापक थे.राणा के शासनकाल में नेपाल ने अंग्रेजो से लड़ाई में खोया हुआ ज़मीन का कुछ हिस्सा हाशिल किया।उनका वास्तविक नाम बीरसिंह कुँवर था।


👉 1861 में आज ही के भारत के महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था.

भारत में उनका जन्म दिवस अभियंता दिवस  के रूप मे  मनाया जाता है.  भारत सरकार ने उन्हें वर्ष1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा।


👉 1876 में आज ही के दिन, भारतीय उपन्यासकार शरदचन्द्र चट्टोपाध्याय का जन्म हुआ था.वह बांग्ला के सबसे लोकप्रिय उपन्यासकार है, उनकी कृतियों में गाँव के लोगों की जीवनशैली , उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा झेले गए संकटो का वर्णन है।


👉 1890 में आज ही के दिन , हरक्यूलपॉयरॉट, मिस मार्पल जैसे  जासूसी किरदारों में जान डालने बाली अगाथा क्रिस्टी  अंगेजी उपन्यासकार का जन्म हुआ था। वह अंग्रेज़ी अपराध उपन्यासकार, लघुकथा लेखिकाऔर नाटक रचनाकार थी. वह अपने ६६ जासूसी उपन्यासों के लिए विशेष तौर पर जानी जाती है।


👉 1894 में आज ही के दिन, प्योंगयांग की लड़ाई में जापान ने चीन को करारी मात दी।


👉 1909 में  आज ही के दिन, तमिलनाडु के क़द्दावर नेता सीएन अन्नादुरई का काँचीपुरम में जन्म हुआ था. वह अपने राज्य के प्रथम ग़ैरकांग्रेसी मुख्यमंत्री थे।


👉 1916 में आज ही  के दिन, प्रथम विश्वयुद्ध में पहली बार सोम्मे की लड़ाई में टैंक का इस्तेमाल किया गया।


👉 1927 में आज ही के  दिन, प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म हुआ था. उन्हें वर्ष 1983 में कविता संग्रह ‘ खूँटियों पर टंगे लोग’  के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।


👉 1948 में  आज ही के दिन, स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजपोत आईएनएस दिल्ली, मुम्बई के बंदरगाह पर पहुँचा। 


👉 1959 me