Major Lakes of India
लोकटक झील: यह उत्तर-पूर्वी भारत में मीठे (अलवणीय) पानी की सबसे बड़ी झील है। यह झील विश्व में 'तैरती द्वीपीय झील' के रूप में प्रसिद्ध है क्योंकि इसमें तैरते हुए फुम्डिज (तैरते हुए द्वीप) होते हैं। 1990 में रामसार समझौते के तहत यह अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की एक आर्द्रभूमि मानी गयी। यह झील जल-बिजली संयंत्र, सिंचाई तथा पीने के पानी के लिये एक जल-स्रोत है।
यह झील ग्रामीण मछुआरों के लिये भी जीविका का साधन है, जो फुम्डिज (तैरते हुए द्वीप ) तथा निकट क्षेत्रों में रहते हैं। फुम्डिज वास्तव में वनस्पति, मृदा तथा जैव-पदार्थों के विजातीय ढेर है।
डलझील: यह श्रीनगर की एक प्रसिद्ध झील है। 18 वर्ग कि.मी. के क्षेत्रफल में फैली हुयी यह झील सेतुको द्वारा चार बेसिनों में विभाजित है-
गगरीबल, लोकुत डल, बोद डल तथा नागिन यह लगभग 500 शिकारे के लिये प्रसिद्ध है। शिकारे के अलावा यह झील डोंगी खेना, "वाटर सर्फिंग तथा कियाकिंग की भी सुविधा पर्यटकों को प्रदान करता है। अत्यधिक प्रदूषित होने के कारण यह झील घटती जा रही है। इस झील में विविध वनस्पति, जैसे कमल के फूल मुदत पानीफल (सिंघाड़ा) पाये जाते हैं।
चिल्का झील: उड़ीसा राज्य में स्थित यह एक खारे पानी की तटीय झील है। भारत में यह सबसे बड़ी तटीय झील है। यह झील महानदी द्वारा गादभरने की क्रिया से निर्मित हुई है। इस झील का क्षेत्र परिवर्तनशील है। यह मानसून के मौसम में 1175 वर्ग किमी. होता है तथा शुष्क मौसम में 900 वर्ग कि.मी. होता है।
भीमताल: उत्तराखंड के कुमाऊँ मंडल में भीमताल शहर के निकट स्थित यह एक रमणीय झील, जिसके केन्द्र में एक द्वीप है। नैनीताल की अधिक प्रसिद्धि के कारण प्राचीन भीमताल शहर का महत्व कम रहा है। वर्तमान में यह शहर अनेक राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करता है।
भोज आर्द्र भूमि: भोपाल (मध्यप्रदेश) में स्थित, इसमें दो झीलें हैं- ऊपरी झील तथा निचली झील।
चंद्रा ताल: यह हिमाचल प्रदेश के लाहौल तथा स्पीति जिले में एक अधिक ऊँचाई वाली झील है। यह समुद्री सतह से लगभग 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। लाहूल तथा स्पीति को जोड़ने वाला कुंजम दर्रा इस झील से लगभग 6 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
चेम्बर मबक्कम झीलः यह तमिलनाडु के चेंगपट्ट जिले में चेन्नई से 40 किमी. दक्षिण में स्थित है। इस झील से ही अदयार नदी का उद्गम होता है। चेन्नई महानगर की जलापूर्ति इस झील से होती है।
डेवर झील (जेसमंद्र): राजस्थान राज्य में उदयपुर से लगभग 45 कि.मी. पूर्व में स्थित यह झील भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झेल है। यह 87 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है। यह 17 जीं सदी में उदयपुर के राणा जगसिंह द्वारा बनवाई गयी, जब उन्होंने गोमती नदी पर एक संगमरमर का बाँध बनवाया था। इस झील में तीन द्वीप है, जैसमद सैरगाह, इनमें से सबसे बड़े द्वीप पर स्थित है।
हिमायत सागर: यह हैदराबाद शहर से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है। इस झोल का नाम निवाम (vii) के सबसे छोटे बेटे हिनायत अली खान के नाम पर रखा गया। यह एक झील है. जो मुसी नदी पर 1927 में बनाया गया था।
हुसैन सागर: यह हैदराबाद शहर में स्थित है। यह हुसैन साह वाली द्वारा 1562 में मुखी नदी की एक सहायक नदी पर बनाया गया।
यह हैदराबाद शहर की जलापूर्ति करती है।
कालीवेली झील: यह तटीय झोल है, जो तमिलनाडु के विलुप्पुरम जिले में स्थित है। यह पुडुचेरी से लगभग 10 कि.मी. उत्तर की ओर स्थित है। यह झोल प्रायद्वीपीय भारत के बड़े आई भूमि में से एक है। यह कुलीय भूमि द्वारा अधिकृत किया जा रहा है। इस झील का क्षेत्रफल घटता जा रहा है।
खज्जीवार झील: यह हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्थित है। यह डलहौजी मात्र 24 कि.मी. दूर देवदार वृक्षों से घिरे होने के कारण यह पर्यटकों के लिये एक रमणीय दृश्य प्रदर्शित करती है।
खचियोपालरी झील: यह पश्चिमी सिक्किम में स्थित है। यह हिन्दुओं तथा बौद्ध धर्मयों द्वारा एक पवित्र मानी जाती है। यह झील बाँकेने बनों से घिरी है। इसको देखने अनेक तथा आते हैं।
कोलेरू झील: आंध्रप्रदेश में स्थित यह झील भारत में मोठे पानी की (अलवणीय) सबसे बड़ी झील है। यह कृष्णा तथा गोदावरी जिले में कृष्ण तथा गोदावरी नदियों के डेल्टाओं के बीच स्थित है। यह कोल इन दोनों नदियों के लिए एक प्राकृतिक बाढ़ संतुलन जलाशग का काम करती है। यह झील लगभग 20 मिलियन आवासीय तथा प्रवासी पक्षियों का प्राकृतिक वास है। प्रतिवर्ष अक्टूबर मार्ग के मध्य यहाँ साइबेरिया तथा पूर्वी यूरोप से आए पक्षियों का वास होता है। इस झील को भारतीय वन्य जीवन संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत 1999 में एक वन्य जीवन बिहार/शरण क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया गया। बढ़ते प्रदूषण के कारण इसकी जैव-विविधता का ह्रास हुआ है।
नाको झील: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित यह एक अधिक ऊंचाई वाली झील है। यह झील भिसा (Willow) तथा पहाड़ी पीपल वृक्षों से घिरी हुई है।
ओसमान सागर: यह हैदराकट में एक कृत्रिम झील है। हैदराबाद के अंतिम निजाम (ओसमान अली खान) के द्वारा 1920 मे मूसी नदी पर बाँध बनाकर इस झील को निर्मित किया गया तथा यह हैदराबाद शहर के लिये पीने के पानी का स्रोत है। "सागर महल नाम: का एक गेस्ट हाउस जो इस झील का ऊपरी नजारा लेता है। पूर्व में निजाम का प्रीष्मकालीन सैरगाह था तथा अब यह ऐतिहासिक धरोहर है।
पोनगोंग सो: लद्दाख में स्थित यह झील लेह शहर से लगभग पाँच घंटे की दूरी पर है। यह मार्ग विश्व के तीसरे सबसे बड़े दर्रें (चागला दर्ग) से होकर गुजरता है। झील को देखने के लिये एक विशेष अनुमति पत्र की जरूरत होती है। सुरक्षा कारणों से यहाँ नौका विहार की इजाजत नहीं दी जाती है। यहाँ एक छोटा होटल तथा पड़ाव स्थान भी है और निकटवर्ती गांवों के घरों में अतिथि कक्ष भी मौजूद है।
पुलिकट झील: यह कोरोमण्डल तट पर दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। यह आंध्रप्रदेश तथा तमिलनाडु की सीमा पर स्थित है। श्री हरिकोटा का परिध द्वीप इस झील को बंगाल की खाड़ी से अलग करता है। यह झील 60 कि.मी. लम्बी है तथा इसकी चौड़ाई 10.5 से 18 किमी तक परिवर्तनीय है। यह अनेक स्थानीय तथा प्रवासी पक्षियों का प्राकृतिक वास है। लगभग 15,000 हंसावर, इस झील में प्रतिवर्ष आते है। यहाँ जलसिंह, कोडिल्ला, बगुला, चिंगारा स्पूनबिल तथा बत्तख भी पाए जाते हैं।
पुष्कर झील: अजमेर जिले में स्थित यह एक कृत्रिम झील है। इस झोल का निर्माण 12वीं सदी में हुआ जब सूनी नदी के नदीशीर्ष पर एक बाँध बनाया गया। नवम्बर के महीने में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर अनेक तीर्थ यात्री इस झील में पवित्र स्नान के लिये आते हैं।
साँभर झीलः यह जयपुर शहर से लगभग 70 किमी दूर पश्चिम की ओर स्थित है। पूर्वी किनारे की और यह झील 5 कि.मी. लम्बे बाँध से विभाजित है जो पत्थरों से बनी हुयी है। बाँध के पूर्व में लवण वापण कुण्ड है, जो लगभग एक हजार वर्ष पहले से ही नमक का उत्पादन होता आया है। इस झील मे जल की गहराई शुष्क मौसम में कुछ से. मी. से लेकर मानसून से 3 मीटर तक रहती है। सांभर में झोल को रामसार सूची में अन्तर्राष्ट्रीय महत्व को आर्द्रभूमि के रूप में शामिल किया गया है। हजारों साइबेरियम पक्षी जाड़े के मौसम में इस झील में आते है।
सोंगमो झील: सिक्किम राज्य में गंगटोक से लगभग 40 कि.मी. दूर एक हिमानी टार्न (गिरताल झील है। यह झील आण्डे के आकार (अण्डाकार) की है। लगभग 3780 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह झील सर्दी के मौसम में जम जाती है। यह बौद्ध धर्मियो तथा हिन्दुओं के लिये एक पवित्र झील है।
वूलर झील: सोपोर तथा बांदीपुर के मध्य कश्मीर घाटी में स्थित यह भारत में सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। इस झील का निर्माण अभिनूतन (इस्टोसोन) जात के दौरान वितीनक क्रियाओं के कारण हुआ मौसम के अनुसार इस झील का आकार बढ़ता पटता है। यह झील झेलम नदी से जल करती है तथा एक प्राकृतिक जलाशय के रूप में काम करती है। हुलबुल परियोजना एक नौसचालन बाँध तथा नियंत्रण सरचना, दूलर झील के मुहाने (मुख) पर है। यह झील के प्राकृतिक मलाशय से नियंत्रित रूप में पानी छोड़कर जल के अभाव वाले महीनों में बारामूला तक इस नदी का न्यूनतम प्रवाह 45 फोट तक कायम रहता है।
Major famous lakes of India
Major Lakes of India
Loktak Lake: It is the largest freshwater lake in North-East India. This lake is famous in the world as 'floating island lake' because it consists of floating phumdis (floating islands). In 1990, it was recognized as a wetland of international importance under the Ramsar Agreement. This lake is a water source for hydroelectric power plants, irrigation and drinking water. The lake is also a source of livelihood for the rural fishermen who live in the phumdis (floating islands) and nearby areas. Phumdis are actually an exotic pile of vegetation, soil and organic matter.
Daljheel: This is a famous lake of Srinagar. 18 sq. km. This lake spread over an area of K is divided into four basins by the bridges-
Gagribal, Lokut Dal, Bod Dal and Nagin are famous for about 500 shikaras. Apart from shikara, this lake also provides the facility of canoe, "water surfing and kayaking" to the tourists. This lake is decreasing due to excessive pollution. Various vegetation, such as lotus flower mudat water (Singhara) are found in this lake. go.
Chilka Lake: It is a salt water coastal lake located in the state of Orissa. It is the largest coastal lake in India. This lake is formed by the action of siltation by Mahanadi. The area of this lake is variable. It covers an area of 1175 sq.km in monsoon season. and covers an area of 900 sq. km in dry season. it happens.
Bhimtal: Situated near the town of Bhimtal in the Kumaon division of Uttarakhand, this is a delightful lake with an island in its centre. Due to the greater fame of Nainital, the importance of the ancient city of Bhimtal has been less. Presently the city attracts many national and international tourists.
Bhoj Wetland: Situated in Bhopal (Madhya Pradesh), it consists of two lakes – Upper Lake and Lower Lake.
Chandra Tal: It is a high altitude lake in Lahaul and Spiti district of Himachal Pradesh. It is situated at an altitude of about 4300 meters above sea level. Kunjam Pass connecting Lahaul and Spiti is about 6 km from this lake. Is situated at this distance.
Chembar Mbakkam Lake: It is 40 km from Chennai in Chengpatt district of Tamil Nadu. Located in the south. The Adyar River originates from this lake. The water supply of Chennai metropolis comes from this lake.
Dewar Lake (Jesamandra): About 45 km from Udaipur in the state of Rajasthan. Located in the east, this lake is the largest artificial lake in India. It is spread over an area of 87 sq km. It was built by Rana Jag Singh of Udaipur in the 17th century, when he built a marble dam on the Gomti river. There are three islands in this lake, Jaisamad Resort, the largest of these is situated on the island.
Himayat Sagar: It is located at a distance of about 20 km from Hyderabad city. The settlement was named after Hinayat Ali Khan, the youngest son of the Niwam (vii). This is a lake. Which was built in 1927 on the Musi River.
Hussain Sagar: It is located in the city of Hyderabad. It was built by Hussain Sah Wali in 1562 on a tributary of the Mukhi River.
It supplies water to the city of Hyderabad.
Kaliveli Lake: This is a coastal hamlet, located in the Viluppuram district of Tamil Nadu. It is about 10 kms from Puducherry. Located on the north side. This Jhol is one of the major land of peninsular India. It is being authorized by Kuliya Land. The area of this lake is decreasing.
Khajjiwar Lake: It is located in Chamba district of Himachal Pradesh. This Dalhousie is just 24 kms. Being surrounded by deodar trees in the distance, it displays a delightful sight for the tourists.
Khachiopalri Lake: It is located in West Sikkim. It is considered a sacred by Hindus and Buddhists. This lake is surrounded by banke buns. Many more come to see this.
Kolleru Lake: Located in Andhra Pradesh, this lake is the largest fresh water (fresh) lake in India. It is situated between the deltas of Krishna and Godavari rivers in Krishna and Godavari districts. This coal acts as a natural flood balancing reservoir for both these rivers. This lake is the natural habitat of about 20 million residential and migratory birds. Every year in the middle of October, birds from Siberia and Eastern Europe settle here. This lake was notified as a wildlife refuge/Bihar area in 1999 under the Indian Wildlife Protection Act. Its biodiversity has declined due to increasing pollution.
Nako Lake: This is a high altitude lake located in Kinnaur district of Himachal Pradesh. This lake is surrounded by Bhisa (Willow) and hill Peepal trees.
Osman Sagar: This is an artificial lake in Hyderabad. This lake was created by the last Nizam of Hyderabad (Osman Ali Khan) in 1920 by constructing a dam on the Musi river and it is the source of drinking water for the city of Hyderabad. A guest house named "Sagar Mahal" which has an upper view of the lake. Formerly the Nizam's summer resort and now it is a historical heritage.
Pongong So: Located in Ladakh, this lake is about five hours away from the city of Leh. This route passes through the world's third largest pass (Chagla Darg). A special permit is required to see the lake. Boating is not allowed here due to security reasons. There is also a small hotel and lodging and guest rooms in the houses of the nearby villages.
Pulicat Lake: It is the second largest brackish water lake on the Coromandel Coast. It is situated on the border of Andhra Pradesh and Tamil Nadu. The periphery island of Sri Harikota separates this lake from the Bay of Bengal. This lake is 60 kms. It is long and its width varies from 10.5 to 18 km. It is the natural habitat of many local and migratory birds. About 15,000 Hansawars visit this lake every year. Jal Singh, Kodilla, Heron, Chingara, Spoonbill and Duck are also found here.
Pushkar Lake: This is an artificial lake located in Ajmer district. This Jhol was formed in the 12th century when a dam was built on the river head of the Suni River. On the occasion of Kartik Purnima in the month of November, many pilgrims come to this lake for a holy bath.
Sambhar Lake: It is situated about 70 km towards west from Jaipur city. On the eastern shore and this lake is 5 km. It is divided by a long dam which is made of stones. To the east of the dam is the salt water tank, which has been producing salt since about a thousand years ago. The depth of water in this lake is less than a few in the dry season. m. From monsoon to 3 meters. Jhol in Sambhar has been included in the Ramsar list as a wetland of international importance. Thousands of Siberian birds visit this lake during the winter season.
Songmo Lake: About 40 km from Gangtok in the state of Sikkim. There is a glacial tarn (Girtal lake). This lake is in the shape of an egg (elliptical). Situated at an altitude of about 3780 meters, this lake freezes during the winter season. It is a sacred lake for Buddhists and Hindus.
Wular Lake: Situated in the Kashmir Valley between Sopore and Bandipur, it is the largest freshwater lake in India. The formation of this lake was due to the various activities during the period of the estosone, the size of this lake increases according to the season. This lake receives water from the Jhelum River and acts as a natural reservoir. The Hulbul Project is a navigational dam and control structure at the mouth of Dular Lake. It releases water in a controlled form from the natural rectum of the lake and maintains a minimum flow of 45 feet till Baramulla in the months of water scarcity.
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